September 16, 2024

Bihar Bullet Train : बिहार में होंगे बुलेट ट्रेन के 3 स्टॉपेज, जानें कहां और कैसा बनेगा स्टेशन

Bihar Bullet Train

Bihar Bullet Train : भारतीय रेलवे (Indian Railways) में अहमदाबाद-मुंबई रूट के बाद अब दिल्ली-हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारियां बहुत तेज हो गई हैं। इस रूट पर बुलेट ट्रेन बिहार के बक्सर, राजधानी पटना और गया के रास्ते गुजरेगी। बुलेट ट्रेन की रफ्तार 350 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से होगी, जिससे पटना से नई दिल्ली का सफर केवल 3 घंटे में पूरा हो सकेगा।

जानकारी के लिए आपको बता दे, फ़िलहाल पटना से दिल्ली (Bihar Bullet Train) की यात्रा में 17 घंटे लगते हैं। बिहार में बुलेट ट्रेन के लिए एलिवेटेड ट्रैक का रूट भी फाइनल हो चुका है। स्टेशन निर्माण और एलिवेटेड ट्रैक के लिए भूमि अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की टीम अगस्त के अंतिम सप्ताह तक पटना आ सकती है, पटना के फुलवारी या बिहटा में से किसी एक जगह स्टेशन निर्माण के लिए जगह निर्धारित की जा सकती है।

बिहार के इन जिलों से जाएगी बुलेट ट्रैन

बिहार के तीन जिले बक्सर, पटना और गया में बुलेट ट्रेन रुकेगी. यहां एक-एक स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. दिल्ली से वाराणसी (Delhi To Varanasi) होते हुए बक्सर के रास्ते पटना और गया होकर हावड़ा तक बुलेट ट्रेन जाएगी. बुलेट ट्रेन की रेललाइन पूरी तरह एलिवेटेड होगी. दिल्ली-हावड़ा (Delhi To Howrah) बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में अब तक की प्रगति की बात करें तो, 1660 किमी लंबे इस रूट के लिए अगस्त 2021 में भारतीय रेलवे ने एक एजेंसी को सर्वे का काम सौंपा था.

रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-हावड़ा रेल प्रोजेक्ट (Delhi Howrah Rail Project) दो फेज में पूरा होगा. पहले फेज में 813 किलोमीटर का ट्रैक दिल्ली से वाराणसी के बीच वाया लखनऊ बनाया जाएगा. अयोध्या को भी इससे जोड़ा जाएगा. दूसरे फेज में वाराणसी से हावड़ा वाया पटना (Varanasi Howrah Bullet Train Route Map) रूट पर काम होगा. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 5 अरब रुपये बताई जा रही है. वाराणसी, बक्सर, आरा, पटना, नवादा, धनबाद, आसनसोल, दुर्गापुर, वर्धमान और हावड़ा में स्टेशन प्रस्तावित हैं.

देश की पहली बुलेट ट्रैन

आपको बता दे कि देश की पहली हाई स्पीड रेल लाइन (High Speed Rail Line) का निर्माण मुंबई और अहमदाबाद के बीच हो रहा है. यह कॉरिडोर 508 किमी लंबा है और इसमें देश में पहली बार समुद्र के नीचे सुरंग भी बनाई जा रही है. 2026 तक बिलिमोरा और सूरत के बीच ट्रेन का ट्रायल किए जाने का लक्ष्य है.

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